दिन शनिवार तारीख 22 दिसंबर, यह दिन इंडोनेशिया के
इतिहास में एक काले दिन के रूप में लिखा जाएगा। ''रिंग ऑफ फायर'' कहे जाने वाले
इंडोनेशिया के सुडा द्वीप में सुनामी का कहर दोबारा देखने को मिला है। इसमें अब तक
400 से अधिक लोगो की मौत की खबर सामने आई है और हजारो की तादात में घायलों की संख्या
बताई जा रही है। सैकडो लोग मलबे में फंसे है। सबसे ज्यादा नुकसान सुलावेसी द्वीप
के पालू शहर में हुआ है। यहॉं उठने वाली 10 से 15 मीटर से ऊँची लहरो में लोगो के
बहने की खबर है। शनिवार की रात इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के पश्चिम में जावा और
सुमात्रा के मध्य स्थित सुंडा जलसंधि क्षेत्र में ज्वालामुखी विस्फोट के कारण सुनामी
लहरें उठी जो बांटेन प्रांत के पांडेगलांग एवं सेरांग जिलो एवं लाम्पुंग प्रांत के
दक्षिणी लाम्पुंग के तटवर्ती इलाको से टकराई। समुद्र से उठने वाली लहरो ने सुमात्रा और जावा
द्वीप के तटवर्ती क्षेत्र मे तबाही मचाई। इस सुनामी के आने का कारण राष्ट्रीय आपदा
एजेंसी के अनुसार क्राकातोआ का बच्चा कहे जाने वाले अनाक ज्वालामुखी में विस्फोट
और समुद्र के अंदर भूस्खलन के कारण भयंकर विनाशकारी लहरे उत्पन्न हुई। सुमात्रा
और जकार्ता के मध्य स्थित अनाक क्राकातोआ ज्वालामुखी के फटने के कारण राख और
धुंऐ का गुबार लग गया।
इंडोनेशिया की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि इसमें आए दिन ज्वालामुखी या भूकंप की घटनाएं सामने आती रहती है। यह कई छोटे बडे द्वीपों से मिलकर बना है। इसमें बोर्निया, जावा, सुमात्रा और सुलावासी जैसे कर्इ द्वीप शामिल है। इसमें एक सक्रिय ज्वालामुखी भी स्थित है जिसे माऊंट क्राकाटोआ के नाम से जाना जाता है। प्रशांत महासागर में स्थित यह क्षेत्र अभिसारी प्लेट पर स्थित है जो गहन भूकंप केंद्र, सक्रीय ज्वालामुखी घटनाओं और खाईयों के लिये प्रसिद्ध है। नीचे चित्र में सुंडा जलसंधि को दिखाया गया है।
इंडोनेशिया गणराज्य दक्षिण पूर्व एशिया और ओशनिया
में स्थित एक देश है। 17508 द्वीपों वाले इस देश की जनसंख्या लगभग 26 करोड है, यह
दुनिया का तीसरा सबसे अधिक आबादी और दुनिया की सबसे बडी बौद्ध आबादी वाला देश है। इसकी
राजधानी जकार्ता है। यह देश जमीन से पापुआ न्यू गिनी, पर्वी तिमोर और मलेशिया के साथ
मिलता है जबकि अन्य पडोसी देशों जैसे- सिंगापुर, फिलीपींस, ऑस्ट्रेलिया और भारत का
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह क्षेत्र शामिल है। इंडोनेाशिया के वर्तमान राष्ट्रपति
जोको विडोडो है यहां की मुद्रा इंडोनेशियन रूपया है। इसका और साथ में अन्य द्वीपीय
देशो का नाम भारतीय पुराणों के अनुसार दीपान्तर भारत अर्थात् सागर पार भारत है। यूरोपीय
लेखको के अनुसार इसे इंडोनेशिया (इंड अर्थात् भारत और नेसोस अर्थात् द्वीप) कहा गया।
इस प्रकार इसका नाम डंडोनेशिया रखा गया। इसकी प्राचीन भाषा ''कावी'' थी जिसमें अनेक
साहित्यिक ग्रंथ है। वर्तमान में यहां इंडोनेशियन, जावा, बाली, और मदुरा भाषा बोली
जाती है। 26 दिसंबर सन् 2004 में भी यहां काफी विनाशकारी सुनामी आयी थी, जिसमें लाखो
लोगो को प्रभावित किया था।

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